चांद पर उतरने के बाद लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान तेजी से नई-नई चीजों का पता लगा रहा है। पहली बार विक्रम ने चांद के दक्षिणी ध्रुव के तापमान का प्रोफाइल भेजा है। इसरो ने ट्वीट करके इस बारे में जानकारी दी है।
थर्मोफिजिकल एक्सपेरिमेंट पेलोड ने बनाई प्रोफाइल
इसरो ने रविवार को कहा कि चंद्रयान-3 लैंडर विक्रम पर सरफेस थर्मोफिजिकल एक्सपेरिमेंट (ChaSTE) पेलोड ने चंद्रमा की सतह के थर्मल व्यवहार को समझने के लिए, ध्रुव के चारों ओर चांद की ऊपरी मिट्टी के तापमान प्रोफ़ाइल को मापा है। इसरो ने इस अपडेट के साथ एक ग्राफ साझा किया है। इसरो ने कहा: “प्रस्तुत ग्राफ अलग-अलग गहराई पर चांद की सतह/निकट-सतह के तापमान भिन्नता को दिखाता है। परीक्षण के दौरान इन बातों का पता चला है। इसरो ने बताया कि चांद के दक्षिणी ध्रुव के तापमान की यह पहली प्रोफाइल है। एजेंसी ने कहा कि जल्द ही विस्तृत ऑब्जर्वेशन जारी किया जाएगा।
ChaSTE पेलोड में तापमान की जांच करने वाला प्रोब है। इसमें सतह के नीचे तापमान की जांच करने के लिए एक नियंत्रण करने वाला एक तंत्र है। यह सतह के नीचे 10 सेमी की गहराई तक पहुंचने में सक्षम है। जांच में 10 अलग-अलग तापमान सेंसर लगे हैं।
यह पहला डेटा है जिसे इसरो ने 23 अगस्त को विक्रम की बाधा रहित लैंडिंग के बाद आधिकारिक तौर पर जारी किया है। 23 अगस्त को सॉफ्ट लैंडिंग के कुछ घंटे बाद रोवर प्रज्ञान यान से बाहर निकला था। उसने चांद पर चहलकदमी भी की है। इस दौरान उसने कई तरह के डेटा इकट्ठा किए हैं। साथ ही, लैंडर और रोवर पर इसरो के सभी पांच पेलोड ने इन-सीटू प्रयोग शुरू कर दिया है और अब तक उनका प्रदर्शन सामान्य रहा है।
प्रोपल्शन मॉड्यूल पर पेलोड से डेटा भी ग्राउंड स्टेशनों तक पहुंचना शुरू हो गया है। उम्मीद है कि डेटा का बुनियादी विश्लेषण पूरा होने के बाद इसरो चांद से जुड़े कई रोचक तथ्य सामने लाएगा।