रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की पुणे स्थित उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (एचईएमआरएल) 2 और 3 नवंबर, 2023 को रूस के टॉम्स्क स्टेट यूनिवर्सिटी एंड फेडरल रिसर्च एंड प्रोडक्शन सेंटर के सहयोग से पुणे के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम डीआरडीओ गोल्डन जुबली ऑडिटोरियम, पाषाण में उच्च ऊर्जा व विशेष सामग्री विषय पर 18वीं अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन कर रही है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने इस सम्मेलन का उद्घाटन किया।
उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला भारत में पहली बार इस अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन कर रही है, जो वैज्ञानिकों, तकनीशियनों एवं शोधकर्ताओं को ज्ञान, अनुभव तथा हाल के दिनों में हुई तकनीकी प्रगति को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करती है। इस कार्यशाला में भारत सहित रूस, जर्मनी, फ्रांस आदि देशों के लगभग 250 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इसके अलावा, कार्यशाला में विभिन्न रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की प्रयोगशालाएं, शैक्षणिक संस्थान तथा उद्योग जगत के प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं।
उच्च ऊर्जा और विशेष सामग्री विषय पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला-2023 का आयोजन उच्च ऊर्जा सामग्री तथा इससे संबद्ध प्रौद्योगिकियों में हाल के दिनों में हुए नए सुधारों पर चर्चा व विचार-विमर्श करने तथा उन्हें साझा करने के लिए किया जा रहा है। इस आयोजन का विषय ‘उच्च ऊर्जा और विशेष सामग्रियों में उभरते रुझान’ है। कार्यशाला को आयोजित करने का उद्देश्य उच्च ऊर्जा और विशेष सामग्रियों पर आधारित नए उत्पादों के विकास पर दुनिया भर के वैज्ञानिकों तथा शोधकर्ताओं के सहयोग को बढ़ावा देना है। इस कार्यक्रम में विचार-विमर्श एवं चर्चा के उद्देश्य से केंद्रित किये गए क्षेत्र विभिन्न अनुप्रयोगों में नई ऊर्जा सामग्रियों का संश्लेषण, लक्षण वर्णन और मूल्यांकन, सुप्त व हरित उच्च ऊर्जा तथा विशेष सामग्री, उच्च विस्फोटक बनाने की विधि एवं उपकरण, उन्नत बारूद बनाने की गतिविधियां, उच्च ऊर्जा तथा विशेष सामग्री अनुप्रयोग के लिए नैनो सामग्री, विसैन्यीकरण, अपशिष्ट प्रबंधन, उच्च ऊर्जा व विशेष सामग्री हेतु पर्यावरण अध्ययन एवं निपटान प्रौद्योगिकियां, विशेष सामग्रियों और संबद्ध तकनीकों में प्रगति आदि हैं।
उच्च ऊर्जा एवं विशेष सामग्री विषय पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजन वर्ष 2004 में शुरू किया गया था और उसके बाद इसे रूस द्वारा पोलिटेक्निको डी मिलानो, इटली; एयरबस सफरान लॉन्चर्स (एरियन ग्रुप) तथा यूनिवर्सिटी ल्योन 1, फ्रांस; जाक्सा, जापान जैसे अंतर्राष्ट्रीय सहयोगियों के साथ नियमित रूप से आयोजित किया गया।