भारत के लद्दाख में पिछले महीने आसमान में रंगों का अद्भुत संयोजन दिखा। ऐसा नॉर्दन लाइट की वजह से हुआ। इस दौरान आकाश में हरे, पीले, नारंगी और सफेद रंगों का नजारा दिखा।
लद्दाख में दिखना अत्यंत दुर्लभ
इस नजारे को लद्दाख के हेनले में स्थित इंडियन एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेट्री ने कैद किया। वैज्ञानिक भाषा में इस प्रक्रिया को आरोर कहते हैं। 22 और 23 अप्रैल को हुई इस घटना के दौरान हरे, पीले, नारंगी और सफेद रंग से आसमान नहा गया। दरअसल आरोर को प्राय: आर्कटिक और अंटार्कटिक क्षेत्र के आसपास ही देखा जाता है। इसे इक्वेटर के 65.5 मीटर उत्तर और दक्षिण में देखा जाता है। जानकारों का मानना है कि भारत मे इतने कम अक्षांश पर इस घटना को देखना अत्यंत दुर्लभ है।
लद्दाख में क्यों हुई ये घटना
तो यह असाधारण घटना ऐसे निम्न-से-सामान्य अक्षांशों पर क्यों दिखी? दरअसल, 21 अप्रैल को सूर्य पर एक विस्फोट हुआ। इस विस्फोट ने हमारे ग्रह की ओर एक कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) फेंका। यह सीएमई एक मध्यम आकार के एम1 श्रेणी के सोलर फ्लेयर से जुड़ा था। हालांकि अंतरिक्ष मौसम विशेषज्ञों ने उम्मीद की थी कि यह चमक पृथ्वी पर G-1 या G-2 वर्ग (मामूली से मध्यम) भू-चुंबकीय तूफान को ट्रिगर करेगी। लेकिन 23 अप्रैल को भारतीय समय के मुताबिक देर रात 10 बजे आसपास एक अभूतपूर्व G-4 श्रेणी का गंभीर भू-चुंबकीय तूफान दिखा।
भू-प्रभावी सीएमई को खूबसूरत नॉर्दर्न लाइट को अमेरिका के मध्य-से-निम्न-अक्षांशों में पहले कभी नहीं देखा गया था। इसे चमकीले रोशनी वाले यूरोपीय शहरों और यहां तक कि चीन और भारत में भी कभी नहीं देखा गया था।
क्यों आता है ये तूफान
भू-चुंबकीय या सौर तूफान पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर की महत्वपूर्ण घटना हैं। यह तब होती है जब सौर सीएमई से अरबों टन प्लाज्मा अपने चुंबकीय क्षेत्र के साथ पृथ्वी पर आता है। जब तेज गति वाली सौर हवाओं के आवेशित कण पृथ्वी के वायुमंडल के साथ परस्पर क्रिया करते हैं, तो इसके परिणामस्वरूप ऊर्जा का शानदार विस्फोट होता है, जो पृथ्वी के ध्रुवीय क्षेत्रों को औरोरा रोशनी से रोशन करता है। हालांकि ये सौर तूफान रेडियो ब्लैकआउट, पावर ग्रिड में वोल्टेज नियंत्रण की समस्या पैदा करने और अंतरिक्ष यान के संचालन को भी प्रभावित करते हैं।
जुलाई 2025 में सूर्य के अपने सौर मैक्सिमा (अपने 11 साल के सौर चक्र में अधिकतम गतिविधि की अवधि) तक पहुंचने की भविष्यवाणी के साथ, निकट भविष्य में ऐसे औरौरा रोशनी के और तेज होने की उम्मीद है।