अब लोगों को बाढ़ से जुड़ी जानकारी रियल-टाइम में मिल सकेगी। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अध्यक्ष, कुशवेंद्र वोहरा ने पिछले दिनों इसके लिए मोबाइल एप्लिकेशन “फ्लड वॉच” लॉन्च किया। इसका जिसका उद्देश्य वास्तविक समय के आधार पर जनता को सात दिनों तक बाढ़ की स्थिति की जानकारी और पूर्वानुमान प्रदान करना है।
इन-हाउस विकसित हुए इस यूज़र अनुकूल इस ऐप में पढ़ने योग्य और ऑडियो प्रसारण सामग्री है। सभी जानकारी दो भाषाओं, अंग्रेजी और हिंदी में उपलब्ध है। ऐप की मुख्य विशेषता में वास्तविक समय में बाढ़ की निगरानी शामिल है जहां उपयोगकर्ता पूरे देश में बाढ़ की ताजा स्थिति के बारे में पता लगा सकते हैं। ऐप विभिन्न स्रोतों से वास्तविक समय के नदी प्रवाह के डेटा का उपयोग करता है। ऐप निकटतम स्थान पर बाढ़ का पूर्वानुमान भी प्रदान करता है, जहां उपयोगकर्ता होम पेज पर ही अपने निकटतम स्थान पर बाढ़ से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
नदी बेसिन के आधार पर जानकारी
ऐप की अन्य प्रमुख विशेषताओं में से एक इंटरएक्टिव मानचित्र का उपयोग करके पूर्वानुमान लगाना शामिल है। इससे उपयोगकर्ता सीधे मानचित्र से बाढ़ पूर्वानुमान (24 घंटे तक) या बाढ़ सलाह (7 दिनों तक) पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही, उपयोगकर्ता सर्च बॉक्स में स्टेशन के नाम से भी जानकारी ले सकते हैं। जब ड्रॉप डाउन से किसी स्टेशन का नाम चुना जाता है, तो स्थान मानचित्र पर ज़ूम-इन हो जाएगा। ऐप राज्य-वार/बेसिन-वार बाढ़ पूर्वानुमान (24 घंटे तक) या बाढ़ सलाह (7 दिन तक) भी प्रदान करेगा, जिसे ड्रॉपडाउन मेनू से राज्यवार या बेसिनवार विशिष्ट स्टेशनों का चयन करके एक्सेस किया जा सकता है।
ऐप लॉन्च के बाद वोहरा ने कहा, “हमें “फ्लडवॉच” का आरंभ करते हुए खुशी हो रही है, एक ऐसा मोबाइल ऐप है जो देश में वास्तविक समय में बाढ़ की स्थिति और बाढ़ का पूर्वानुमान जनता को प्रदान करता है। उपयोगकर्ता के अनुकूल ऐप एंड्रॉइड डिवाइस पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है और वैश्विक स्तर पर उपयोगकर्ताओं को व्यापक पहुंच प्रदान करता है। ऐप को गूगल प्ले स्टोर से मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है। ऐप जल्द ही एप्पल आईओएस पर भी उपलब्ध होगा।”
“फ्लडवॉच” ऐप सटीक और समय पर बाढ़ पूर्वानुमान देने के लिए उपग्रह डेटा विश्लेषण, गणितीय मॉडलिंग और वास्तविक समय की निगरानी जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग करता है। इस ऐप की मदद से यूजर देश में बाढ़ की स्थिति के बारे में जरूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं। उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफ़ेस से किसी के लिए भी सूचना पाना आसान होगा और बाढ़ के दौरान जोखिम को कम करेगा।