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 नमस्कार.. न्यूज़ इन साइंस के सेगमेंट विज्ञान इतिहास के पन्नों पर में आपका स्वागत है…दोस्तों पिछली कड़ी में हमने आपको मई महीने की वैज्ञानिक उप्लब्धियों के बारे में बताया था..चलिए अब आपको बताते हैं जून महीने में वैज्ञानिक जगत को मिली कुछ सफलताओं के बारे में।

1 जून

1 जून 1796 को फ्रांस के मशहूर भौतिकशास्त्री Nicolas Léonard Sadi Carnot का जन्म हुआ जिन्होंने heat engines के सिद्धांत से सम्बंधित Carnot Cycle का वर्णन किया था। उन्होंने बताया की अगर घर्षण और गर्मी से पैदा हुए नुक्सान को कम कर दिया जाए तो केवल input और output के तापमान के अनुपात को बढ़ाकर heat engine की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। बाद में Rudolf Diesel ने diesel engines को डिज़ाइन करने के लिए Carnot सिद्धांत का ही इस्तेमाल किया। 1832 में, हैजा होने के कारण 36 साल की उम्र में Carnot का देहांत हो गया।

3 जून 

3 जून 1873 को जर्मन मूल के अमेरिकी चिकित्सक और pharmacologist Otto Loewi का जन्म Frankfurt में हुआ। उनके शोध कार्य ने इस बात का प्रमाण दिया कि एक न्यूरॉन से दूसरे और शरीर के अन्य अंगो में impulse  के संचरण में Chemicals बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। Loewi को 1936 में शरीर विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में nerve impulses  के रासायनिक संचरण की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

4 जून

4 जून 1783 को फ्रांसीसी Montgolfier भाइयों ने पहली बार फ्रांस के एक बाजार में सार्वजनिक रूप से अपने hot air balloon का प्रदर्शन किया।उन्होंने गुब्बारे के नीचे सुखी घास से आग जलाई और गुब्बारे को गर्म हवा से भर दिया। जिससे गुब्बारा हवा में लगभग 1000 मीटर ऊपर उठा और उसने 2 किलोमीटर के आस पास का सफर तय किया।

6 जून 

6 जून 1944 को अमेरिकी molecular biologist और नोबेल पुरुस्कार विजेता Phillip Aleen Sharp का जन्म अमेरिका स्थित Kentucky में हुआ। MIT में काम कर रहे Sharp और उनकी टीम ने पाया कि DNA का वो हिस्सा जो protein बनाता है उसे exons कहते हैं और वो हिस्सा जो protein नहीं बनाता उसे introns कहते हैं। इस शोध ने Split Gene का सिद्धांत दिया जो मनुश्य और उच्च श्रेणी के जीवों में पाया जाता था। उनके शोध कार्य के लिए उन्हें Richard Roberts के साथ नोबेल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।

7 जून 

7 जून 1862 को जर्मन भौतिकशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता Phillip Lenard का जन्म Hungary में हुआ था। Lenard ने cathode किरणों पर प्रयोग किये और पाया की पदार्थ के cathode किरणों को सोखने की क्षमता  उसके घनत्व पर निर्भर करती है ना की उसकी रासायनिक प्रकृति पर। उन्होंने photoelectric  प्रभाव के बारे में भी बताया और भौतिकी के क्षेत्र में cathode किरणों पर उनके काम के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

7 जून 1979 को पहले भारतीय उपग्रह bhaskara-I को रूस से लॉन्च किया गया था। 7 वीं शताब्दी के महान गणितज्ञ भास्कराचार्य के नाम पर रखे गए इस 444  किलोग्राम वज़नी उपग्रह को पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित किया गया था जो हर 92.5 मिनट में पृथ्वी का एक चक्कर लगाता था। इस उपग्रह में दो कैमेरे लगे हुए थे जिसमे से पहला कैमरा visible zone में काम करता था और दूसरा infrared band  के नज़दीक।

 

9 जून

9 जून 1776 को इटली के भौतिकशास्त्री, Amedeo Avagadro का जन्म Turin, Italy में हुआ। 1811 में, उन्होंने  इस बात का अनुमान लगाया था की समान तापमान की परिस्थितियों में सभी गैसों की समान मात्रा में अणुओं की  संख्या समान होती है। 30 साल बाद जब एक Italian भौतिकशास्त्री Cannizzaro ने इसके महत्व को समझा तब उनके इस अनुमान को दुनिया भर में एक पहचान मिली। मशहूर Avagadro number (N) एक mole में 6.023X1023 परमाणू की संख्या है उन्ही के नाम पर रखा गया है, एक mole का अर्थ है किसी भी पदार्थ का grams में  molecular weight।

11 जून 

11 जून 1644 को  पहली बार एक Italian philosopher Evanglista Torricelli ने barometer के आविष्कार के बारे में बताया था। दरअसल 1643 में Torricelli ने देखा कि barometer में मौजूद तरल का स्तर वायुमंडलीय दबाव पर निर्भर करता है।

13 जून

13 जून 1831 को Scottish phycist James Maxwell का जन्म हुआ जिन्होंने बिजली और चुम्बकीय प्रभाव पर काम किया। सन 1871 में James कैम्ब्रिज में भौतिकी के पहले कैवेंडिश प्रोफेसर बने। उन्होंने गणना की कि विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र की गति लगभग प्रकाश की गति के बराबर होती है और ये भी बताया कि प्रकाश की घटना एक विद्युत चुम्बकीय घटना ही है यही नहीं Maxwell के विचारों ने Einstein के सापेक्षता जैसे विशेष सिद्धांत का भी मार्गदर्शन किया।

14 जून

14 जून 1868 को Austrian Nobel  विजेता Karl Landsteiner का जन्म हुआ। immunology  और  pathology के क्षेत्र में काम करते हुए, 1901 में Landsteiner ने इस बात को साबित किया की Red Blood Corpuscles की सतह से जुड़े Antigens के अनुसार मानव रक्त की तीन श्रेढ़ियाँ होती हैं। उन्होंने इन श्रेढियों को A, B और O नाम दिया। अगले ही वर्ष उनके द्वारा चौथी श्रेड़ी को भी ज्ञात कर लिया गया और उसका नाम AB रखा क्योंकि उसमे A और B दोनों ही प्रकार के Antigens मौजूद थे। यही नहीं 1940 में उन्होंने Rhesus यानि Rh factor को भी खोज निकाला। Landsteiner को 1930 में मानव रक्त श्रेणियों  की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

15 जून

15 जून 1752 को अमेरिकी आविष्कारक Benjamin Franklin ने इस बात को साबित किया आकाशीय बिजली और विद्युत एक दूसरे से सम्बंदित होते हैं। दरअसल उन्होंने अपनी पतंग के धागे से एक चाबी को बांधकर आसमान में उड़ाया और तभी उन्होंने इस बात का अहसास हुआ। आकाशीय बिजली के खतरे से अपने घर की रक्षा के लिए lightning conductor का उपयोग करने वाले वे पहले व्यक्ति भी थे।

16 जून

16 जून 1963 को रूसी cosmonaut Valentina Tereshkova, Vostk-6 में सवार होकर अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला बनी। अपनी उड़ान के दौरान उन्होंने पृथ्वी की 48 परिक्रमाएं की। अंतरिक्ष में ये उनकी पहली और आखरी यात्रा थी क्योंकि इसके बाद वो कभी अंतरिक्ष में नहीं गई। हालाँकि वो एक factory में textile worker थी लेकिन कम उम्र से ही उन्हें parachuting में काफी दिलचस्पी थी। उन्हें USSR के सर्वोच्च पुरस्कार Hero of the Soviet Union medal से सम्मानित किया गया। यही नहीं उन्हें Order of Lenin और Order of the October Revolution से भी सम्मानित किया गया।

17 जून

17 जून 1920 को फ्रांसीसी नोबेल विजेता Francois Jacob का जन्म फ्रांस के Nancy में हुआ। Pasteur Institute में काम करने के दौरान Jacob ने पाया की जीवाणु के जीन एक रिंग में क्रमानुसार व्यवस्थित होते हैं जिन्हे कभी भी तोडा जा सकता है। Monod  के साथ काम करते हुए उन्होंने regulator genes की भी खोज की, जो structural gene की गतिविधियों को नियंत्रित करता है। 1965 में Jacob को Lwoff  और Monod के साथ मिलकर enzyme और virus संश्लेषण के आनुवंशिक नियंत्रण से संबंधित खोज के लिए नोबेल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।

19 जून 

19 जून 1623 को प्रसिद्ध फ्रांसीसी गणितज्ञ और भौतिकशास्त्री Blaise Pascal का जन्म हुआ। कम उम्र से ही Pascal  को गणित में काफी रूचि थी। उन्होंने महज़ 16 साल की उम्र में ही गणित जगत को एक theorem दी जिसको आज Pascal theorem के नाम से जाना जाता है। 1642 में उन्होंने पहली mechanical adding machine का आविष्कार किया जिसे हम आधुनिक कंप्यूटर का पूर्वज भी कह सकते हैं। 1650 में उन्होंने Pascal Law  तैयार किया जिसके अनुसार एक बंद machine में मौजूद तरल पदार्थ पर लगाया गया दवाब उस तरल पदार्थ की सभी दिशाओं में समान रूप से संचारित होता है। Hydraulic press इस सिद्धांत का सटीक उदहारण है।

 

19 जून 1981 को भारत का पहला Geo-stationary उपग्रह French Guiana से लॉन्च किया गया। इसरो द्वारा तैयार किये गए इस प्रयोगात्मक दूरसंचार उपग्रह में C-band transponder  मौजूद था। इसे geostationary  कक्षा में स्थापित किया गया था और देश भर में पहली बार television कार्यक्रम का प्रसारण इसी उपग्रह की मदद से हो पाया था।

22 जून

22 जून 1633 को Italian Astronomer Galileo Galilei  को Rome में Polish Astronomer Nicolaus Copernicus द्वारा स्थापित की गई Heliocentric theory को झूठा साबित करने के लिए मजबूर किया गया था। धमकियों से डरे हुए Galileo ने सार्वजनिक रूप से इस बात को स्वीकार कर लिया कि पृथ्वी के सूरज के चक्कर लगाने वाली बात गलत है। लेकिन बताया जाता है की ये बात बोलने के बावजूद भी उन्होंने कहा की हालाँकि मैने ये स्वीकार कर लिया है लेकिन अभी भी पृथ्वी सूर्य के ही चक्कर लगा रही है। जिसके बाद 1642 में उनकी मृत्यु तक उन्हें नजरबंद रखा गया।

24 जून

24 जून 1883 को प्रसिद्ध भौतिकशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता  Victor Hess का Austria में जन्म हुआ। Hess ने वायुमंडलीय बिजली पर अपना शोध कार्य शुरू किया और  ionizing  radiatio के स्रोत का पता लगाने की कोशिश की जिसमे उन्होंने पाया कि उच्च ऊर्जा विकिरण बाहरी अंतरिक्ष से आते हैं। cosmic radiations की खोज के लिए उन्हें Carl Anderson के साथ 1936 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

28 जून

28 जून 1824 को प्रसिद्ध Scottish भौतिकशास्त्री, गणितज्ञ और इंजीनियर Lord Kelvin का जन्म हुआ। उनके thermodynamics अध्ययनों के कारण 1848 में तापमान के absolute scale को वैज्ञानिक जगत में परिचित किया गया। उन्होंने बताया कि आणविक गति 273 degree C  पर आकर रुक जाती है जिसे उन्होंने absolute zero, सबसे कम संभव तापमान कहा। बाद में विकसित निरपेक्ष तापमान वाले Kelvin पैमाने का नाम उनके नाम पर ही रखा गया। यही नहीं उन्होंने अपने जीवन के वैज्ञानिक सफर में 600 से अधिक पत्र प्रकाशित किए और 70 पेटेंट दायर किए।

28 जून

28 जून 1873 को फ्रांसीसी वैज्ञानिक Alexis Carrel का जन्म हुआ। Carrel का शोध कार्य मुख्य रूप से experimental surgery और  tissues के transplantation से सम्बंधित था। उन्होंने tissues को मानव के शरीर से निकल जाने के बाद भी जीवित रख पाने की प्रक्रिया पर उल्लेखनीय काम किया। रक्त वाहिकाओं और अंगों के transplantation पर उनके शोध के लिए 1912 में Carrel को नोबेल पुरूस्कार से भी सम्मानित किया गया।

29 जून

29 जून 1893 को प्रसिद्ध भारतीय Statistician P C Mahalanobis का जन्म कलकत्ता में हुआ। उन्होंने ही पहली बार दुनिया को pilot सर्वेक्षण और sampling methods का महत्व  बताया। Mahalanobis  ने 1931 में Indian Statistical Institute यानी भारतीय सांख्यिकी संस्थान की स्थापना की और वे भारत की पहली पंचवर्षीय योजना के लेखक के रूप में भी जाने जाते हैं। यही नहीं  मौसम संबंधी आँकड़े, operations research जैसे क्षेत्र में उनका योगदान काफी सराहनीय रहा।

30 जून

30 जून 1972 में एक extra second यानी leap second को दुनियाभर के समय में जोड़ा गया ताकि अपनी धुरी पर घूम रही पृथ्वी और Atomic Clock के बीच तालमेल रखा जा सके। ये second दुनियाभर में एक ही समय पर जोड़ा गया जो घडी पर 23:59:60 या फिर 11:59:60 के रूप में देखा गया था। 1972 में पहली बार इस प्रणाली को अपनाने के पीछे दो वजह थी पहला पृथ्वी की अपनी धुरी पर घूमने की गति का धीमा  होना और दूसरा समय के एक सेकंड का सटीक माप।

 और उसी दिन 1973 में हज़ारों सालों से सिर्फ अनुमान लगाए जाना वाले solar eclips को British, French and American scientists  द्वारा पहली बार देखा गया। Las Palmas से Chad  स्थित Fort Lamy तक का सफर तय करने के लिए ये scientists French ­supersonic aircraft  में बैठे और अपनी हवाई यात्रा के दौरान Aircraft  की नियंत्रित रफ़्तार के कारण लगभग 74 minute तक वो इस solar eclipse को देख पाए। जोकि ज़मीन के मुकाबले वहां से देखने पर 10 गुना ज्यादा देर तक दिखाई देता है। आपको बता दें कि हज़ार वर्षों में 10  से भी कम total solar eclipse ऐसे होते हैं जो 7 मिनट से अधिक समय के लिए होते हैं। अनुमान के आनुसार 3000BCE से 5000AD तक के इस 8000 साल के लम्बे समय में 16 July 2186 को 7 minutes 29 seconds  वाले सबसे लम्बे solar eclipse  को प्रथ्वी से देखा जा सकता है

 तो आज के लिए बस इतना ही, फिर मिलेंगे अगले महीने की जानकारियों के साथ, नमस्कार।

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