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क्या रात को पेड़ के नीचे सोना खतरनाक होता है?

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क्या रात को पेड़ के नीचे सोना खतरनाक होता है।
नमस्कार क्या रात के समय पेड़ के नीचे सोना खतरनाक होता है – ये सवाल हमारे एक दर्शक ने हमसे पूछा है इस वीडियो मैं हम इसी सवाल का जवाब वैज्ञानिक तरीके से देंगे
लेकिन उससे पहले हम आपको बताना चाहेंगे की आप हमारा चैनल सब्सक्राइब करे क्योंकि जल्द ही हम अपने एक और दर्शक के सवाल का जवाब देंगे जिसमें उसने पूछा है कि क्या कोई आदमी हजारों साल तक जी सकता है ? इसलिए चैनल को सब्सक्राइब कर बेल icon जरूर दबाएं ताकि हमारे उस वीडियो का नोटिफिकेशन आपको मिल सके
अब आते हैं आज के सवाल पर जब मैं आठवीं क्लास मैं पढता था तो मेरा एक दोस्त मुझसे कहता था की रात में पेड़ के नीचे नहीं सोना चाहिए क्योंकि रात में पेड़ भी आक्सीजन लेते हैं और कार्बनडाईआक्साइड छोड़तें हैं और पेड़ चूंकि बड़ा होता है इसलिए सारी आक्सीज खींच लेगा और कार्बनडाईआक्साइड ज्यादा हो जाएगी |
खैर तब तो मैंने भी ऐसा मान लिया क्योंकि हमें इस बात का उत्तर सही सही कहीं नहीं मिल पाता | लेकिन क्या वास्तव में एसा ही है ? इसे समझने के लिए सबसे पहले हमें जानना पड़ेगा की हम सांस कैसे और क्यों लेते हैं | सभी प्राणी सांस लेते हैं उसमें पेड़ पौधे भी शामिल हैं ।
यह एक जटिल प्रकिर्या है, सांस लेने से हमारे शरीर में glucose और oxygen की क्रिया होती है। जिससे ऊर्जा पैदा होती है। इसी ऊर्जा से हमारा शरीर चलता फिरता और कार्य करता है। इस प्रक्रिया के दौरान carbon dioxide और पानी पैदा होता है। carbon dioxide को हम बाहर निकाल देते हैं । पौधों में भी ऐसा ही होता है। लेकिन पेड़ पौधों में एक क्रिया और होती है जिसे photosynthesis कहा जाता है। जिससे पौधे सूर्य के प्रकाश में carbon dioxide और पानी से glucose यानि अपना भोजन बनाते हैं। इस प्रक्रिया में बनने वाली oxygen को पौधे बाहर छोड़ देते हैं। लेकिन ये प्रकिया सिर्फ दिन में ही होती है। अतः रात में पेड़ oxygen नहीं बनाते और carbon dioxide ही बहार छोड़ देते हैं।

पहली बात क्योंकि पेड़ पौधों को चलना फिरना नहीं होता ऐसे में उन्हें मनुष्य की तुलना में बहुत कम ऊर्जा की ज़रूरत होती है। इसलिए उनमे सांस लेने की क्रिया भी बहुत धीमी होती है। रात को हमारी श्वसन क्रिया भी धीमी होती है और रात में हम भी लगभग 100 से 150 ग्राम carbon dioxide छोड़ते हैं। हालांकि पेड़ में सांस की दर निकलना मुश्किल होता है। फिर भी माना जाता है की एक 10 टन का बड़ा पेड़ रात भर में करीब 10 ग्राम carbon dioxide छोड़ता है । तो इस तरह तो रात में किसी पेड़ के नीचे सोने से किसी आदमी के साथ कमरे में सोना ज़्यादा खतरनाक हो सकता है ।
वास्तव में हम ये समझते हैं की हम oxygen ले कर carbon dioxide छोड़ते हैं। लेकिन हम जो सांस लेते हैं उसमे 79 परसेंट nitrogen 20 परसेंट oxygen और 1 परसेंट अन्य गैसें या जल वाष्प होते हैं। इस एक प्रतिशत में 0.03 प्रतिशत carbon dioxide होती है। और जो सांस हम छोड़ते हैं उसमे 79 परसेंट nitrogen 16 प्रतिशत oxygen और 3 प्रतिशत carbon dioxide और बाकी जल वाष्प होते हैं। मोटे तौर पर दोनों हवाओं में बहुत बड़ा अंतर नहीं होता। यानि हमारी ये सोच भी सही नहीं है, आपने देखा होगा कि किसी इमरजेंसी के वक्त कई बार पीड़ित को दूसरे लोग मुँह से कृत्रिम सांस देते हैं तो अगर हम कार्बनडायआक्साइड छोड़ते तो वो आदमी कैसे ज़िंदा रह पाता ? इसलिए ये केवल एक मान्यता है। तथ्यों के मुताबिक़ पेड़ के नीचे सोने से कोई खतरा नहीं होता।
उम्मीद है आपका ये भ्रम अवश्य दूर हो गया होगा। आपको ये वीडियो कैसे लगा हमें ज़रूर बताएं और अगर आपके भी मन में कोई सवाल हो तो हमें ज़रूर लिख भेजे हमारा whatsapp नंबर डिस्क्रिप्शन में दिया गया है। हम आपके उस सवाल का जवाब आप तक ज़रूर पहुचाएंगे। फिर मिलेंगे एक नए सवाल के साथ तब तक आप हमारे दूसरे interesting वीडियोस का मज़ा ले सकते हैं। धन्यवाद

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