रक्षा विभाग (आरएंडडी) के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने 16 अप्रैल 2024 को केरल में इडुक्की के कुलमावु में अंडरवाटर एकॉस्टिकरिसर्च फेसिलिटी में ध्वनिक विशेषता एवं मूल्यांकन के लिए एक अत्याधुनिक सबमर्सिबल प्लेटफॉर्म (स्पेस) का उद्घाटन किया। डीआरडीओ की नौसेना भौतिक और महासागरीय प्रयोगशाला द्वारा स्थापित स्पेस को जहाजों, पनडुब्बियों और हेलीकॉप्टरों सहित विभिन्न प्लेटफार्मों पर भारतीय नौसेना के लिए निर्धारित सोनार प्रणालियों के लिए एक प्रमुख परीक्षण और मूल्यांकन केंद्र के रूप में डिजाइन किया गया है।
स्पेस नौसेना प्रौद्योगिकी प्रगति में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इसमें दो अलग-अलग संयोजन शामिल होंगे- एक प्लेटफ़ॉर्म जो पानी की सतह पर तैरता है, और एक सबमर्सिबल प्लेटफ़ॉर्म जिसे विंच सिस्टम का उपयोग करके 100 मीटर तक किसी भी गहराई तक उतारा जा सकता है। परिचालन पूरा होने पर, सबमर्सिबल प्लेटफॉर्म को विंच किया जा सकता है और फ्लोटिंग प्लेटफॉर्म के साथ डॉक किया जा सकता है।
स्पेस का उपयोग मुख्य रूप से संपूर्ण सोनार प्रणाली के मूल्यांकन के लिए किया जाएगा, जिससे सेंसर और ट्रांसड्यूसर जैसे वैज्ञानिक पैकेजों की त्वरित तैनाती और आसान रिकवरी उपलब्ध होगी। यह आधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों का उपयोग करके वायु, सतह, मध्य जल और जलाशय तल मापदंडों के सर्वेक्षण, नमूनाकरण और डेटा संग्रह के लिए उपयुक्त होगा। यह आधुनिक और अच्छी तरह से सुसज्जित वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं में डेटा प्रोसेसिंग और नमूना विश्लेषण की जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ पनडुब्बी रोधी युद्ध अनुसंधान क्षमताओं के एक नए युग की भी शुरुआत करेगा।