न्यूज इन साइंस डेस्क।
क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इस दुनिया में यानी पृथ्वी पर कितनी चींटियां होंगी? शायद चींटियों को गिनना आकाश में तारों को गिनने जितना मुश्किल है या शायद उनसे भी ज्यादा…। लेकिन शोधकर्ताओं ने यह काम भी कर लिया है। शोधकर्ताओं ने आंकड़ों के आधार पर अनुमान लगाया है कि धरती पर 20 क्वाड्रीलियन (20,000,000,000,000,000) चींटियां हैं। यानी 20 के बाद 15 जीरो। और अगर हम इसे हिंदी में समझें तो क्वाड्रिलियन का मतलब है एक करोड़ शंख। इतनी सारी चींटियों का अगर बायोमास नापा जाए तो यह 1.2 करोड़ टन के करीब होगा। यह जंगली पक्षियों और स्तनधारियों के मिले-जुले वजन से भी ज्यादा है। यानी हम यह भी कह सकते हैं कि पृथ्वी के हर आदमी के लिए 25 लाख चींटियां हैं।
अहम योगदान
चींटियां हमारे पारिस्थितिकी तंत्र की महत्वपूर्ण इंजीनियर हैं। वे मिट्टी को यहां-वहां करती हैं। बीजों को फैलाती हैं। जैविक पदार्थों का पुनर्चक्रण (रीसायकल) करती हैं। दुनिया भर में चींटियां किस तरह से फैली हैं यह समझन के लिए कुछ शोध हुए हैं। लेकिन पृथ्वी पर कुल कितनी चींटियां रहती हैं इसका कोई ठीक-ठीक अनुमान नहीं था।
12 हजार रिपोर्टों का अध्ययन
इसलिए शोधकर्ताओं ने विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध तकरीबन 12 हजार रिपोर्टों को खंगाला। इनमें बल्गोरियाई और इंडोनेशियाई जैसी भाषाएं भी शामिल थीं। इसमें से उन्होंने उन चार सौ नवासी अध्ययनों का डेटा लिया जो चींटियों को इक्ट्ठा करके गिनने के गहन तरीकों पर केंद्रित थे।
विश्लेषण के उपरांत शोधकर्ता हैरान रह गए कि चींटियां उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में सबसे अधिक संख्या में रहती हैं। खास तौर से सवाना और नमी वाले जंगलों में इनकी बहुलता थी।
पहले के अनुमानों से 20 गुना अधिक
प्रोसीडिंग्स ऑफ दि नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में शोधकर्ता बताते हैं कि ये अनुमान पूर्व में लगाए गए अनुमानों से 20 गुना अधिक हैं। और इस अनुमान के सटीक होने की संभावना अधिक है। क्योंकि इसकी गणना दुनिया भर में पकड़ी गई चींटियों की वास्तविक संख्या के आधार पर की गई है। इसके पूर्व के अनुमान इस मान्यता के आधार पर लगाए गए थे कि पृथ्वी पर चींटियों की संख्या कुल कीटों की एक प्रतिशत है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक इस अध्ययन की एक सीमा यह रही कि उनके पास हर जगह का समान रूप से वितरित डेटा नहीं था। अधिकतर डेटा भूमि की ऊपरी सतह का डेटा था। पेड़-पौधों पर बसने वाली और जमीन में गहराई पर रहने वाली चीटियों का डेटा कम था।