जी-20 देशों के कई विशेषज्ञों ने हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में सस्टेनेबल एनर्जी ट्रांजिशन से जुड़े बेहतरीन तरीकों और नीति मॉडल पर चर्चा की। यह बैठक एनर्जी ट्रांजिशन के लिए पर्यावरणीय–इनोवेशन (इको-इनोवेशन) पर जी 20 रिसर्च, इनोवेशन एवं पहल समूह (रिसर्च इनोवेशन एंड इनिशिएटिव गैदरिंग – आरआईआईजी) सम्मेलन के तहत हुई।
एनर्जी ट्रांजिशन को प्राथमिकता देना जरूरी
इस आरआईआईजी सम्मेलन में शुरुआती टिप्पणी में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) सचिव एवं जी 20 अध्यक्ष डॉ. एस चंद्रशेखर ने कहा, ” हम अपने अस्तित्व में एक अहम क्षण में हैं। जहां हमें जीवाश्म ईंधन खपत से संक्रमण या परिवर्तन को प्राथमिकता देनी चाहिए। नवीन ऊर्जा के दोहन की क्षमता हमारी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। लेकिन बड़े पैमाने पर उन्हें अपनाने, परिवर्तित करने और संग्रहीत करने के लिए बड़े प्रयास की आवश्यकता है । इस जरूरत को एक साथ मिलकर काम करके पूरा किया जा सकता है।
इस महीने 19 को संपन्न हुए इस सम्मेलन में कुल 29 विदेशी प्रतिनिधियों और 30 भारतीय विशेषज्ञों और भारत सरकार के विभिन्न वैज्ञानिक विभागों/संगठनों से आमंत्रित लोगों ने एक साथ भाग लिया।
विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन में प्रतिष्ठित अध्येता (फेलो) एएमबी डीपी श्रीवास्तव ने कार्बन- बाधित दुनिया में भारत के ऊर्जा परिवर्तन पर बात की।
सम्मेलन में भाग लेने वाले जी-20 देश और अंतर्राष्ट्रीय संगठन इंडोनेशिया, तुर्किए, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, सऊदी अरब, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम, नीदरलैंड, फ्रांस, कोरिया गणराज्य, स्पेन, यूरोपीय संघ और अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) हैं।
स्मार्ट ऊर्जा परिवर्तन, भंडारण और प्रबंधन जैसे विषय ; सतत एनर्जी ट्रांजिशन में मिशन संचालित अनुसंधान; कार्बन–न्यूट्रल और ऊर्जा स्रोतों और हरित हाइड्रोजन में अनुसंधान और इनोवेशन के लिए नीतिगत ढांचे पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक के दौरान खास विषयगत क्षेत्रों पर जी-20 सदस्यों के बीच सहयोग पर चर्चा की गई।
रिसर्च इनोवेशन एवं पहल समूह (रिसर्च इनोवेशन एंड इनिशिएटिव गैदरिंग– आरआईआईजी) जी-20 फोरम की एक नई पहल है। इसे 2022 में इंडोनेशियाई अध्यक्षता (प्रेसीडेंसी) के दौरान शुरू किया गया था।
अगली आरआईआईजी बैठक दीव में एक स्थायी नीली अर्थव्यवस्था (सस्टेनेबल ब्ल्यू इकॉनमी) के लिए वैज्ञानिक चुनौतियों और अवसरों के विषय पर आयोजित की जाएगी। आरआईआईजी की यह बैठक पांच जुलाई, 2023 को मुंबई में अनुसंधान नवोन्मेष एवं पहल समूह (रिसर्च इनोवेशन एंड इनिशिएटिव गैदरिंग–आरआईआईजी) शिखर सम्मेलन और अनुसंधान मंत्रियों की बैठक के साथ सम्पन्न होंगी। इसमें जी-20 सदस्यों द्वारा एक संयुक्त घोषणापत्र को स्वीकृति दी जाएगी।